करौली के जादौन राजपूतों के सपोटरा दुर्ग का इतिहास-

 करौली के जादौन राजपूतों के सपोटरा दुर्ग का इतिहास-----

सपोटरा प्रायः करौली जिले की तहसील है जो करौली से पश्चिम में लगभग48 किमी 0पर है।करौली राज्य के जागीरदारों के गाँव प्रायः इसी भाग में है ।सपोटरा का दुर्ग करौली के महाराजा  धर्मपाल जी दुतीय के वंशज राव उदयपाल ने बनबाया था जो महाराजा रतनपाल जी के पुत्र थे ।राव उदयपाल जी को सपोटरा ठिकाना दिया गया और उनके भाई  महाराजा कुंवरपाल जी करौली के वि0 सं0 1745 या ई0 सन 1688ई0 में गद्दी पर बैठे।लगभग इसी समय के आस -पास उदयपाल जी को सपोटरा ठिकाना दिया गया होगा और इसके बाद सपोटरा में दुर्ग बनवाया गया होगा ।ये जीरोता से लगभग 11 किमी0 पूर्व में है।इस दुर्ग में उस समय 50 लोग रहते थे ।इसमें एक खूबसूरत तालाब भी बना हुआ है ।यहाँ के जोगी लोग उस समय बारूद बनाते थे जो बूँदी व कोटा राज्यों में भेजी जाती थी ।आजकल यहां मीना समाज की बहुतायत है जो यहां के जमींदार भी है ।यहां पर जल स्तर काफी ऊंचा बताया जाता था ।
मैं ,  तहे दिल से विक्की सिंह जादौन , ठिकाना सपोटरा का धन्यवाद व आभार व्यक्त करता हूँ जिनकी मदद से मुझे सपोटरा के दुर्ग के फोटो प्राप्त हुये ।

लेखक-डॉ0 धीरेन्द्र सिंह जादौन
गांव -लाढोता ,सासनी जिला हाथरस
उत्तरप्रदेश,हाल निवास -सवाईमाधोपुर
राष्टीय मीडिया प्रभारी
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा


Comments

  1. बिनीत सिंह जादौन
    पिता: बिजय सिंह जादौन
    ग्राम +पोस्ट: रामचुआ
    जिला: बांका, बिहार

    महाशय,
    इस क्षेत्र में जादौन राजपूत का तकरीबन 40-50 हजार जनसंख्या 22-25 गाँव में निवास करती है।
    हमारे गाँव 'रामचुआ' में जादौन क्षत्रिय की कुलदेवी "माँ कैला माता व माँ अंजना माई" को समर्पित विशाल भव्य मंदिर का निर्माण करीब 1करोड़ लागत से किया जा रहा है।
    मंदिर निर्माण अंतिम चरण में है और दिनांक 13 अप्रैल 2019 (रामनवमी) के दिन प्राण प्रतिष्ठा का भव्य कार्यक्रम है।
    जन सहयोग के इस पुनीत कार्य में आप सभी जादौन भाई सादर आमंत्रित हैं।।

    अधिक जानकारी व सलाह हेतु संपर्क करें
    +91 9570079892

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

जादों /जादौन (हिन्दी ) /पौराणिक यादव (संस्कृति शब्द ) चंद्रवंशी क्षत्रियों का ऐतिहासिक शोध --

History of Lunar Race Chhonkarjadon Rajput---

Vajranabha, the great grand son of Shri Krishna and founder of modern Braj and Jadon Clan ( Pauranic Yadavas /Jaduvansis ) of Lunar Race Kshatriyas-----