दास्ताने पूर्व मध्यकालीन जादों राजवंश का बयाना (विजयमन्दिरगढ़ ) किला ---
दास्ताने पूर्व मध्यकालीन जादों राजवंश का बयाना (विजयमन्दिरगढ़ ) किला--- बयान भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसका जितना महत्व हिन्दू काल में था ।उससे भी कहीं अधिक मुस्लिम काल में हो गया। इसका नाम श्रीपथ था। अब तक जितने भी शिला लेख यहाँ से प्राप्त हुए हैं उनसे यही ज्ञात होता है। इस नगर का प्राचीन नाम वाणासुर नगरी भी बतलाया जाता है, किन्तु इसका प्रमाण नहीं मिलता ।ऐसा कहा जाता है कि वाणासुर यहीं का निवासी था। यहीं उसकी पुत्री ऊषा का मंदिर है जो कई बार मस्जिद व मंदिर के रूप में तब्दील हो चुका है। इस नगर का प्राचीन इतिहास अनेक पौराणिक गाथाओं से भरा पड़ा है। वैदिक काल में यह किला मतस्य जनपद का श्रेष्ठतम सामरिक महत्व का दुर्ग था। ईसा से लगभग पांच सौ वर्ष पूर्व इस किले पर मथुरा के शूरसेन (यदुवंशी ) शासकों का अधिकार था । बयाना का किला नगर से लगभग चार मील दक्षिण में 800 फीट ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। इसका क्षेत्रफल लगभग 10 वर्गमील होगा। इसमें किसी समय अनेक महल, तालाब, बाबड़ी व बाँध थे जिनमें से कुछ अभी तक शेष हैं। इस दुर्ग में अनेक स्थल ऐतिहासिक महत्व के हैं जिनमें पत्थर क...