jadon ki Kuldevi Uogeshwari or Yogamaya or Yogendra --
माँ योगेश्वरी का मंदिर महाराष्ट्रा के बीड जिले की अम्बाजोगाइ तहसील में है।ये मराठवाड़ा क्षेत्र की प्रथवादी राजधानी थी।ये शहर अंबाबाई योगेश्वरी के नाम से जाना जाता है।यह दंतसुर नाम के दैत्य का जन्म स्थान था उस को मारने के लिए अम्बा माँ पारवती इस स्थान पर प्रकट हुई थी जिनके नाम पर इस कस्वे का नाम अम्बा जोगाइ पड़ा।ये शहर पहले जयवंत राजा के नाम पर जैवन्तिनागर नाम से जाना जाता था।उन्ही के नाम से जयवंती नदी जानी जाती है।ये एक अलग स्टेट थी।निज़ामशाह ने इस का नाम निजाम क्षेत्रतथा इस शहर का नाम् मोमिनबाद रख दीया था।सन् 1948 में इसको पुनः अम्बाजगै कर दिया गया।ऐसा माना जाता है की माँ योगेश्वरी माँ शक्ति का ही रूप है।जिनकी मान्यता महाराष्ट्र गोआ तथा दक्षिण के कुछ क्षेत्र में बहुत है।इनकी उत्पत्ति के विषय में वराहपुराण में काफी जिक्र है।ऐसा माना जाता है की ये भगबान शिवा के मुंह से आग के गोले के रूप में निकली थी।यही माँ जोगेश्वरी या जोगा के नाम से जनि गई।अधिकतर मंदिरों में योगेश्वरी शिवा की पत्नी के रूप में मानी जाती है।इस मंदिर में वह माँ पारवती का रूप है।ऐसा माना जाता है की योगेश्वरी के रूप में माँ देवी अपने सभी भक्तों की मंगत पूरी करती है।सन् 1200 में बीड जिले का क्षेत्र देवगिरि के यादव राजपुतो के अधिकार में था।जय माँ योगेश्वरी।
डा0 धीरेन्द्र सिंह जादौन गांव लरहोता सासनी जिला हाथरस उत्तर प्रदेश।जय हिन्द।
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